यह बहुत ही महत्त्वपूर्ण परिवर्तन है क्योंकि 2014 तक भारत फोनों के आयात पर निर्भर था। यह स्वतंत्र भारत में फोनों की निर्माण और उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ भारतीय बाजार में स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने का भी एक प्रमुख प्रमाण है। इसका मतलब है कि अब भारत में फोनों का बहुत अधिक हिस्सा भारतीय उद्योगों द्वारा बनाया जा रहा है।
भारत मेड इन इंडिया को लेकर कितना गंभीर है, इसका ताजा प्रमाण इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया है। अश्विनी वैष्णव ने मोबाइल उद्योग में मोदी सरकार की उपलब्धि की घोषणा करते हुए कहा है कि केवल 9 वर्षों में भारत में मोबाइल का प्रोडक्शन 20 गुना बढ़ गया है। उन्होंने यह जानकारी मोबाइल इंडस्ट्री के एक्सपर्ट से एक मुलाकात के बाद सोशल साइट एक्स पर दी है।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2014 में देश का 78 फीसदी मोबाइल उद्योग आयात पर निर्भर था और आज 9 साल बाद 2023 में भारत में बिकने वाले 99.2 फीसदी मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ हैं। उन्होंने कहा कि आयात पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम हुई है।